मार्क टेलर का बयान – ‘विराट अब गुस्से में खेलने लगे थे, रिटायरमेंट उनके लिए सही लेकिन भारत के लिए नहीं’
हाइलाइट्स:
- मार्क टेलर बोले – विराट की आक्रामकता अब गुस्से में बदल गई थी
- भारतीय टेस्ट क्रिकेट को झटका, लेकिन कोहली के लिए रिटायरमेंट का सही समय
- 123 टेस्ट में 9230 रन और 30 शतक के साथ विराट ने छोड़ी शानदार विरासत
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने विराट कोहली के टेस्ट रिटायरमेंट पर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। टेलर का मानना है कि यह फैसला विराट के लिए व्यक्तिगत रूप से सही हो सकता है, लेकिन भारतीय क्रिकेट को इससे गहरा नुकसान होगा। उन्होंने कहा, “विराट अब 36 साल के हैं और पिछले 3-4 साल उनके लिए खास नहीं रहे। उन्होंने पिछले पांच साल में सिर्फ तीन टेस्ट शतक लगाए हैं। वो शानदार फॉर्म में नहीं थे, जैसे वो एक दशक तक रहे।”
टेलर ने ‘WWOS’ शो में आगे कहा, “मुझे हमेशा विराट की आक्रामकता पसंद रही है, लेकिन पिछले समर में वो आक्रामकता गुस्से में बदलती दिखी। खासतौर पर जब उनका झगड़ा युवा सैम कोंस्ट्स से हुआ, तब लगा कि ये सही संकेत नहीं हैं। जब आक्रामकता गुस्से में बदल जाए, तो वक्त आ गया है पीछे हटने का। इसलिए मैं कहूंगा कि यह फैसला उनके लिए समयानुकूल है। हालांकि रोहित और विराट का साथ में टेस्ट क्रिकेट से जाना भारत के लिए बहुत बड़ा झटका है।”
विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैच खेलते हुए 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 7 डबल सेंचुरी शामिल हैं। उनका औसत 46.85 रहा। उन्होंने T20I से पहले ही संन्यास ले लिया था और अब वे केवल वनडे खेलते रहेंगे।
विराट सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं थे, बल्कि उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम की मानसिकता ही बदल दी। बतौर कप्तान उन्होंने 68 टेस्ट में टीम की अगुवाई की, जिनमें से 40 जीते, 17 हारे और 11 ड्रॉ रहे। उनकी जीत प्रतिशत 58.82% रही – किसी भी भारतीय कप्तान के लिए सबसे अधिक।
अब जबकि विराट और रोहित दोनों ही टेस्ट से बाहर हो चुके हैं, भारत को एक नए युग की शुरुआत करनी होगी। लेकिन विराट कोहली की विरासत हमेशा भारतीय क्रिकेट को प्रेरित करती रहेगी।