पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान को आईपीएल 2025 के कमेंट्री पैनल से हटाए जाने का निर्णय क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया है। इस निर्णय के पीछे उनके द्वारा कुछ प्रमुख खिलाड़ियों, विशेष रूप से विराट कोहली और एमएस धोनी, पर की गई खुली आलोचना को मुख्य कारण बताया जा रहा है।
इरफान पठान की आलोचनात्मक टिप्पणियाँ
इरफान पठान ने हाल ही में विराट कोहली के प्रदर्शन पर सवाल उठाए थे, विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट में उनकी औसत पर। उन्होंने कहा कि कोहली का पिछले पांच वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में औसत 30 से कम रहा है, जो एक वरिष्ठ खिलाड़ी के लिए चिंता का विषय है। इसके अलावा, उन्होंने कोहली के घरेलू क्रिकेट न खेलने और तकनीकी खामियों को सुधारने के प्रयासों की कमी पर भी टिप्पणी की।
एमएस धोनी के बारे में, पठान ने कहा कि आलोचना करनी चाहिए, लेकिन सम्मानजनक तरीके से। उन्होंने प्रशंसकों से आग्रह किया कि वे धोनी की आलोचना करते समय सीमाएं न पार करें और तथ्यों के आधार पर बात करें।
हार्दिक पंड्या पर इरफान पठान की टिप्पणियाँ
इरफान पठान ने हार्दिक पंड्या की घरेलू क्रिकेट में वापसी को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि पंड्या को अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए, जिससे टीम चयन में पारदर्शिता बनी रहे। इस टिप्पणी को कुछ खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत आलोचना के रूप में लिया और बीसीसीआई से शिकायत की।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया और बीसीसीआई का निर्णय
इन टिप्पणियों के बाद, कुछ खिलाड़ियों ने बीसीसीआई से शिकायत की कि पठान की टिप्पणियाँ व्यक्तिगत और पक्षपातपूर्ण हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक खिलाड़ी ने तो पठान का नंबर तक ब्लॉक कर दिया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उनके बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
बीसीसीआई और ब्रॉडकास्टर्स ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया और पठान को आईपीएल 2025 के कमेंट्री पैनल से हटा दिया। उन पर आरोप था कि वे कमेंट्री के दौरान व्यक्तिगत एजेंडा चला रहे हैं और कुछ खिलाड़ियों को निशाना बना रहे हैं।
आर्थिक नुकसान
इस निर्णय के चलते इरफान पठान को आर्थिक रूप से भी नुकसान हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें आईपीएल कमेंट्री के लिए ₹2.40 करोड़ का पैकेज मिलता था, जो अब उन्हें नहीं मिलेगा।
इरफान पठान का आईपीएल 2025 के कमेंट्री पैनल से हटाया जाना उनके द्वारा की गई आलोचनात्मक टिप्पणियों का परिणाम है। यह घटना दर्शाती है कि कमेंट्री में निष्पक्षता और संतुलित दृष्टिकोण कितना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से जब बात ऐसे बड़े टूर्नामेंट की हो।