विराट कोहली भले ही आज क्रिकेट के सुपरस्टार हों, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने में एक विदेशी खिलाड़ी का अहम योगदान रहा है। कोहली ने खुद खुलासा किया कि IPL के शुरुआती दिनों में साउथ अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर मार्क बाउचर ने उनके खेल में वो धार दी जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया।
हाइलाइट्स
- विराट कोहली ने बाउचर को बताया करियर का सबसे बड़ा गाइड
- IPL के पहले सीज़न में बाउचर ने खुद प्रैक्टिस में की मदद
- कप्तानी छोड़ने की वजह भी कोहली ने की साफ
कैसे बदली एक सलाह ने कोहली की सोच
RCB के लिए पहले सीज़न में खेलते वक्त कोहली एक युवा खिलाड़ी थे और खुद अपनी कमजोरी को लेकर उलझन में थे। तभी मार्क बाउचर ने न सिर्फ उन्हें पहचाना, बल्कि नेट्स में ले जाकर शॉर्ट बॉल की ट्रेनिंग भी कराई। बाउचर ने कहा, “अगर इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना है, तो पुल शॉट ज़रूर सीखो।” कोहली ने बताया कि बाउचर ने यह भी कहा था, “अगर तीन-चार साल बाद मैं भारत में कमेंट्री करने आऊं और तुम्हें भारतीय टीम में ना देखूं, तो ये तुम्हारे साथ नाइंसाफी होगी।”
कप्तानी का प्रेशर और कोहली का बड़ा फैसला
कोहली ने बताया कि एक समय ऐसा आया जब कप्तानी का दबाव बहुत बढ़ गया था। “7-8 साल तक इंडिया और 9 साल RCB की कप्तानी करते हुए मेरी ज़िंदगी पूरी तरह क्रिकेट में डूबी रही। ना तो बल्लेबाज़ी से ध्यान हटता था और ना ही कप्तानी से। हर वक्त लोगों की निगाहें मुझ पर होती थीं।” यही कारण रहा कि कोहली ने 2021 T20 वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी से अलविदा कह दिया।
अब कोहली का नया फोकस
कोहली ने कहा कि अब उनका फोकस सिर्फ क्रिकेट खेलने और एन्जॉय करने पर है। “मैं चाहता था कि अब क्रिकेट को बिना किसी दबाव के खेलूं। बस मैदान पर उतरूं और अपने खेल का मज़ा लूं, ना कि हर वक्त ये सोचूं कि अगला सीज़न मेरे लिए कैसा होगा।”