IPL में कभी नहीं लगी बोली, फिर भी इस दिग्गज ने कमा लिए 38 करोड़! जानिए पूरी कहानी

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का इतिहास हमेशा से रोमांच और बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स से भरा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा क्रिकेटर भी है, जिस पर कभी आईपीएल ऑक्शन में बोली ही नहीं लगी — फिर भी उसने लीग से करोड़ों की कमाई कर ली? जी हां, हम बात कर रहे हैं क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की।

बिना ऑक्शन खेले, IPL से करोड़ों कमाने वाले खिलाड़ी

2008 में जब आईपीएल का पहला सीजन शुरू हुआ, तब यह सवाल सामने था कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों पर कैसे बोली लगेगी? ऐसे में तत्कालीन आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने एक नया रास्ता निकाला — इन खिलाड़ियों को ‘मार्की प्लेयर’ का दर्जा दिया गया और उन्हें सीधे-सीधे फ्रेंचाइजी से जोड़ दिया गया।

सचिन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस का चेहरा बनाया गया, और इसी फैसले के चलते उन्हें कभी ऑक्शन की प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ा। इसके बावजूद, सचिन ने आईपीएल में खेलकर 38 करोड़ से ज्यादा की मोटी रकम कमाई।

कितनी थी सचिन तेंदुलकर की सैलरी?

शुरुआती तीन सीजनों (2008-2010) में सचिन को हर सीजन के लिए लगभग 4.5 करोड़ रुपये मिले। इसके बाद 2011 से 2013 तक उनकी सैलरी बढ़ाकर लगभग 8.3 करोड़ रुपये कर दी गई। इस तरह सचिन तेंदुलकर ने 6 सीजन में कुल 38 करोड़ 29 लाख 50 हजार रुपये कमाए, वह भी बिना एक भी बार नीलामी में शामिल हुए।

किन खिलाड़ियों को मिला था मार्की प्लेयर का दर्जा?

सचिन के अलावा, अन्य चार भारतीय दिग्गजों — सौरव गांगुली (कोलकाता नाइट राइडर्स), वीरेंद्र सहवाग (दिल्ली डेयरडेविल्स), राहुल द्रविड़ (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) और युवराज सिंह (किंग्स इलेवन पंजाब) — को भी सीधा फ्रेंचाइज़ी के साथ जोड़ा गया था।

यह फैसला आज भी आईपीएल के इतिहास में एक ऐतिहासिक कदम माना जाता है, जिसने लीग को ग्लैमर और स्टार पावर से भर दिया था।

2013 में लिया आईपीएल से संन्यास

सचिन तेंदुलकर ने 2013 में आईपीएल से संन्यास लिया। उसी साल उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए अपना आखिरी मुकाबला खेला और अपनी टीम को आईपीएल खिताब जिताकर शानदार विदाई ली।

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