हाइलाइट्स:
- IPL 2025 में अंपायर्स को मिल रहे हैं लाखों रुपए प्रति मैच
- Ishan Kishan और Shubman Gill जैसे विवादों ने बढ़ाया अंपायर्स पर दबाव
- प्लेऑफ मैचों में अंपायरों को मिलता है स्पेशल बोनस
IPL जैसे हाई-प्रोफाइल टूर्नामेंट में सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, अंपायर्स भी पूरी लाइमलाइट में होते हैं। 2025 के सीज़न में भी कुछ बड़े विवादों के चलते अंपायर्स एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। चाहे वह ईशान किशन की मुंबई इंडियंस के खिलाफ विवादास्पद आउट हो या फिर गुजरात टाइटंस के कप्तान शुभमन गिल का अंपायर्स पर गुस्सा, ये घटनाएं दिखाती हैं कि मैदान पर फैसले लेना कितना कठिन हो सकता है।
IPL 2025 में अंपायरों की सैलरी और फीस
IPL में अंपायरों की कमाई उनके अनुभव और भूमिका पर निर्भर करती है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) पैनल में शामिल एलीट अंपायर्स को सबसे अधिक भुगतान किया जाता है, जबकि डेवेलपमेंट अंपायर्स को घरेलू क्रिकेट के बाद धीरे-धीरे IPL में शामिल किया जाता है।
- ऑन-फील्ड अंपायर: ₹3 लाख प्रति मैच
- थर्ड अंपायर (TV अंपायर): ₹2 लाख प्रति मैच
- एलीट अंपायर: ₹3.7 लाख प्रति मैच
- डेवेलपमेंट अंपायर: ₹60,000 प्रति मैच
- एलीट अंपायर प्लेऑफ बोनस: ₹8.2 लाख प्रति मैच
सीज़नल रिटेनर और अलाउंसेज
हर अंपायर को सीजन की शुरुआत में एक फिक्स रिटेनर अमाउंट भी दिया जाता है जिससे उन्हें सीजनभर की तैयारी में मदद मिलती है। इसके अलावा, यात्रा, होटल और अन्य ज़रूरतों के लिए उन्हें अलग से भत्ते (allowances) भी मिलते हैं ताकि वे पूरी तरह से अपने काम पर फोकस कर सकें।
- सीज़नल रिटेनर: ₹7.3 लाख (लगभग)
निष्कर्ष
IPL जैसे टूर्नामेंट में अंपायर की भूमिका बेहद अहम और चुनौतीपूर्ण होती है। मैदान पर 40 ओवर तक खड़े रहकर हर बॉल पर पैनी नजर रखना और दबाव में सही फैसला लेना आसान नहीं होता। ऐसे में जो उन्हें मोटी फीस और सुविधाएं दी जाती हैं, वो उनके काम के महत्व को बखूबी दर्शाती हैं। अंपायर्स भले ही बैकग्राउंड में हों, लेकिन उनका योगदान किसी भी खिलाड़ी से कम नहीं है।