IPL 2025 में जहां गेंदबाज़ों के बीच पर्पल कैप को लेकर रेस तेज़ हो चुकी है, वहीं पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने इस अवॉर्ड के नियमों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका मानना है कि सिर्फ विकेट गिनना किसी गेंदबाज़ की असली काबिलियत का पैमाना नहीं हो सकता। उन्होंने खासतौर पर जसप्रीत बुमराह का नाम लेते हुए कहा कि मौजूदा नियम उनके जैसे मैच विनर के साथ नाइंसाफी करते हैं।
हाइलाइट्स
- मोहम्मद कैफ ने कहा, “सिर्फ विकेट के आधार पर पर्पल कैप देना ग़लत”
- बुमराह, नरेन और राशिद खान जैसे गेंदबाज़ों को नहीं मिलता सही क्रेडिट
- कैफ का सुझाव: इकॉनमी रेट, बाउंड्री रोकने की क्षमता और प्रभाव भी हो पैमाना
- IPL 2025 में जोश हेज़लवुड 10 मैचों में 18 विकेट लेकर फिलहाल पर्पल कैप होल्डर हैं
“बुमराह को देखकर बल्लेबाज़ बचते हैं, इसलिए उन्हें कम विकेट मिलते हैं”
कैफ ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “बुमराह, सुनील नरेन और राशिद खान जैसे गेंदबाज़ों के खिलाफ बल्लेबाज़ प्लानिंग के साथ उतरते हैं। उनका मकसद होता है इनकी गेंदों पर आउट न होना। तो जब बल्लेबाज़ पहले से बचने की सोच के साथ खेल रहे हों, तो ऐसे गेंदबाज़ों को विकेट कैसे मिलेंगे?” उन्होंने कहा कि बुमराह जैसी गेंदबाज़ी के बावजूद अगर कोई खिलाड़ी पर्पल कैप नहीं जीत पा रहा तो नियमों पर दोबारा विचार होना चाहिए।
“10 की इकॉनमी वाले गेंदबाज़ भी पर्पल कैप की दौड़ में हैं, ये कहां का न्याय है?”
कैफ ने यह भी जोड़ा कि IPL जैसे हाई-स्कोरिंग टूर्नामेंट में कई गेंदबाज़ 10 से ऊपर की इकॉनमी के बावजूद सिर्फ ज़्यादा विकेट लेने के कारण टॉप पर पहुंच जाते हैं। जबकि जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज़, जो 6.96 की इकॉनमी रेट से 7 मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं, टॉप 20 में भी मुश्किल से आते हैं। कैफ का कहना है कि अब वक्त आ गया है जब IPL को अपने पर्पल कैप नियमों में बदलाव करना चाहिए ताकि सिर्फ संख्या नहीं बल्कि क्वालिटी और इम्पैक्ट को भी तवज्जो दी जा सके।
पर्पल कैप के पिछले विजेता बताते हैं एक पैटर्न
पिछले 17 साल में पर्पल कैप जीतने वालों में ज़्यादातर ऐसे गेंदबाज़ हैं जो डेथ ओवर्स या पावरप्ले में विकेट निकालते हैं, लेकिन उनकी इकॉनमी ज्यादा होती है। जैसे 2021 में हर्षल पटेल ने 32 विकेट लिए, लेकिन उनकी इकॉनमी लगभग 8.14 थी। 2022 में युजवेंद्र चहल ने 27 विकेट चटकाए। यानी कि टॉप विकेट लेने वाले गेंदबाज़ ही हमेशा सबसे प्रभावशाली नहीं होते।
कैफ की ये मांग क्रिकेट के जानकारों और फैंस के बीच चर्चा का विषय बन चुकी है। क्या IPL 2026 से पहले BCCI इस पर ध्यान देगा? क्या पर्पल कैप अब सिर्फ आंकड़ों की नहीं बल्कि प्रदर्शन की गहराई से जानी जाएगी? अब सबकी नजरें IPL गवर्निंग काउंसिल की अगली बैठक पर टिकी हैं।
अब तक के IPL Purple Cap विजेता (2008–2023)
वर्ष | खिलाड़ी | विकेट | टीम |
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2008 | सोहेल तनवीर | 22 | राजस्थान रॉयल्स |
2009 | आरपी सिंह | 23 | डेक्कन चार्जर्स |
2010 | प्रज्ञान ओझा | 21 | डेक्कन चार्जर्स |
2011 | लसिथ मलिंगा | 28 | मुंबई इंडियंस |
2012 | मोर्ने मोर्केल | 25 | दिल्ली डेयरडेविल्स |
2013 | ड्वेन ब्रावो | 32 | चेन्नई सुपर किंग्स |
2014 | मोहित शर्मा | 23 | चेन्नई सुपर किंग्स |
2015 | ड्वेन ब्रावो | 26 | चेन्नई सुपर किंग्स |
2016 | भुवनेश्वर कुमार | 23 | सनराइजर्स हैदराबाद |
2017 | भुवनेश्वर कुमार | 26 | सनराइजर्स हैदराबाद |
2018 | आंद्रे टाई | 24 | किंग्स इलेवन पंजाब |
2019 | इमरान ताहिर | 26 | चेन्नई सुपर किंग्स |
2020 | कागिसो रबाडा | 30 | दिल्ली कैपिटल्स |
2021 | हर्षल पटेल | 32 | रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु |
2022 | युजवेंद्र चहल | 27 | राजस्थान रॉयल्स |
2023 | मोहम्मद शमी | 28 | गुजरात टाइटन्स |