IPL इतिहास की सबसे मजबूत और भावनात्मक टीमों में से एक कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) आज बिखरी हुई नजर आ रही है। कभी गौतम गंभीर के नेतृत्व में दो बार की चैंपियन रही ये टीम IPL 2025 में संघर्ष कर रही है, और कई फैन्स का मानना है कि इसका कारण एक ही है — गंभीर की विदाई।
2024 में गंभीर ने दिलाया था खिताब
गौतम गंभीर ने साल 2024 में KKR में मेंटर के रूप में वापसी की थी और आते ही उन्होंने टीम को तीसरा IPL खिताब जिताया। मैदान पर उनकी आक्रामक सोच, खिलाड़ियों के प्रति आत्मविश्वास और बेंच स्ट्रेंथ का बेहतर उपयोग, सब कुछ टीम के पक्ष में गया।
फिर क्यों छोड़ा KKR?
2025 सीज़न शुरू होने से पहले ही गंभीर को भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त कर दिया गया। उनके इस बड़े फैसले का असर KKR पर साफ दिखा।
गंभीर की अनुपस्थिति में टीम रणनीतिक रूप से कमजोर दिखी। कोई ठोस लीडरशिप सामने नहीं आई और कोचिंग स्टाफ के अंदर तालमेल की कमी नजर आई।
IPL 2025 में प्रदर्शन की हकीकत
- KKR ने अब तक 8 में से सिर्फ 3 मैच जीते हैं।
- टीम पॉइंट्स टेबल में 7वें स्थान पर है।
- आखिरी दो मुकाबलों में हार —
- GT के खिलाफ 39 रन से
- PBKS के खिलाफ 95 पर ऑल आउट (IPL इतिहास का सबसे कम टोटल चेज़ फेल)
गेंदबाज़ी हो या बल्लेबाज़ी, KKR दोनों ही विभागों में जूझ रही है। अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी और युवा खिलाड़ियों पर अत्यधिक निर्भरता ने स्थिति और बिगाड़ दी।
विशेषज्ञों का मानना है कि गंभीर सिर्फ एक मेंटर नहीं, बल्कि टीम के “थिंक टैंक” थे। उनकी रणनीतियाँ, मोटिवेशन और मैच के दौरान उनके फैसले KKR को खास बनाते थे। उनके जाने के बाद टीम में वो धार नहीं रही।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, KKR के भीतर एक ‘आइडेंटिटी क्राइसिस’ चल रहा है, जहां टीम अपनी शैली और सोच को फिर से स्थापित करने में नाकाम रही है।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
ट्विटर पर #BringBackGambhir ट्रेंड कर रहा है। फैन्स का कहना है कि गंभीर की मौजूदगी ही KKR की असली ताकत थी।
“गंभीर के साथ टीम जीतना जानती थी, अब सिर्फ हार का बहाना ढूंढ रही है,” एक यूज़र ने लिखा।
अगर KKR को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो उन्हें न सिर्फ गेम प्लान बदलना होगा, बल्कि मानसिकता भी। गंभीर अब वापसी नहीं करेंगे, लेकिन उनकी रणनीति और सोच को टीम को फिर से अपनाना होगा।