हाइलाइट्स:
- शुभमन गिल और गौतम गंभीर की 4-5 घंटे लंबी बैठक
- रिपोर्ट्स के अनुसार गिल बन सकते हैं भारत के नए टेस्ट कप्तान
- जसप्रीत बुमराह की कप्तानी की दावेदारी पर लग सकती है रोक
रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने के बाद अब भारतीय टेस्ट टीम के नए युग की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि अगला टेस्ट कप्तान कौन होगा? इस सवाल का जवाब अब सामने आता दिख रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो शुभमन गिल को भारत की टेस्ट टीम की कमान सौंपी जा सकती है.
इसी सिलसिले में हाल ही में गिल और टीम इंडिया के संभावित नए कोच गौतम गंभीर के बीच दिल्ली में एक लंबी मीटिंग हुई. बताया जा रहा है कि ये बैठक 4 से 5 घंटे तक चली और गंभीर ने इस दौरान गिल को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपने का मन बना लिया है.
गिल पर क्यों जताया गया भरोसा?
शुभमन गिल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य पहले ही माना जा चुका है. वो इस समय भारत की वनडे टीम के उपकप्तान भी हैं और उनके प्रदर्शन में निरंतरता देखने को मिलती है. इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 5 टेस्ट मैचों की सीरीज से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के चक्र की शुरुआत भी होगी, ऐसे में नए नेतृत्व के साथ नई शुरुआत की उम्मीद की जा रही है.
गौतम गंभीर की गिल के साथ लंबी चर्चा और रणनीति बैठक यह इशारा करती है कि बोर्ड इस युवा बल्लेबाज़ को लीडरशिप रोल देने के लिए गंभीर है. हालांकि पीटीआई की रिपोर्ट्स बताती हैं कि बोर्ड के कुछ वरिष्ठ अधिकारी इस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं, फिर भी संभावना है कि गिल को कप्तानी सौंपी जा चुकी है.
बुमराह की उम्मीदों को झटका
जसप्रीत बुमराह, जो वर्तमान टेस्ट उपकप्तान हैं, उनके कप्तान बनने की अटकलें ज़ोरों पर थीं. लेकिन उनकी फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट एक बार फिर उनके आड़े आ सकते हैं. लगातार चोटों से परेशान बुमराह का 5 मैचों की सीरीज में सभी मुकाबले खेल पाना मुश्किल है. यही वजह है कि बोर्ड स्थायी और नियमित कप्तान की तलाश में गिल के नाम पर ज्यादा भरोसा जता रहा है.
बुमराह भले ही शानदार गेंदबाज हैं, लेकिन नेतृत्व के लिहाज से बोर्ड शायद ऐसे खिलाड़ी की तलाश में है जो हर मैच में टीम का हिस्सा बन सके और भविष्य की टेस्ट टीम को लंबे समय तक संभाल सके.
अब नजरें 23 मई पर टिकी हैं, जब भारतीय टीम का ऐलान होना है. देखना दिलचस्प होगा कि क्या गिल को आधिकारिक रूप से कप्तानी सौंपी जाती है या कोई नया मोड़ आता है.